अमीर खुसरो, भारतीय उपमहाद्वीप के एक प्रतिष्ठित सूफी कवि, संगीतकार और विचारक थे, जिनका योगदान भारतीय साहित्य, संगीत और संस्कृति में अमूल्य रहा है। उनकी शायरी केवल शब्दों का मेल नहीं, बल्कि अनुभवों, भावनाओं और आध्यात्मिकता का सजीव दस्तावेज़ है।
अपने जीवनकाल में उन्होंने फ़ारसी और हिंदी (हिंदवी) भाषा में ऐसी रचनाएँ कीं, जो आज भी प्रेम, भक्ति और इंसानियत का संदेश देती हैं।
उनकी शायरी में सूफियाना रंग, उस समय की सांस्कृतिक झलक और आत्मिक जुड़ाव की परछाई देखने को मिलती है। यह न सिर्फ साहित्यिक दृष्टि से समृद्ध है, बल्कि सामाजिक और ऐतिहासिक दृष्टिकोण से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है।
Best Amir Khusro Shayari in Hindi
अमीर खुसरो की शायरी भारतीय सूफी परंपरा की एक अमूल्य विरासत है, जो साहित्य, संगीत और आध्यात्मिकता का अनमोल संगम प्रस्तुत करती है। उनकी रचनाओं में प्रेम, भक्ति, आत्मानुभूति और रहस्यवाद का ऐसा गहन समावेश है, जो हर युग में लोगों के दिलों को छूता रहा है।
खुसरो की कविताएं केवल शब्दों का जाल नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक अनुभव, एक गहरी तड़प, और ईश्वर से मिलन की चाह को जीवंत रूप में प्रस्तुत करती हैं। उनकी शायरी में वह ऊर्जा है जो न सिर्फ आत्मा को स्पर्श करती है, बल्कि मानवता और प्रेम का शाश्वत संदेश भी देती है।
ख़ुसरो रैन सुहाग की, जागी पी के संग।तन मेरो मन पीउ को, दोउ भये एक रंग। ❤️🌙
सेज वे छीन्ही, मोसे कहे वो उठ।ख़ुसरो नैनीं नींद न आयी, कैसे बीती रैन। 😢🛏️
मोरे घर आए नैना भर के।मेरे बस की बात नहीं, ले गए पल भर में हर के। 🥺👀
छाप तिलक सब छीनी रे मोसे नैना मिलाइके।बात बन गई माशूक़ी, इश्क़ निभाइके। 💘👁️🗨️
ज़िहाले मस्कीं मकुन तग़ाफ़ुल, दराइ नैनां बनाए बतियाँ।कि ताब-ए-हिज्राँ नदारम ऐ जाँ, न लेहू काहे लगाए छतियाँ। 💔🎶
छोटी दो पंक्तियों में खुसरो की शायरी (2 Line Shayari)
नैना बंसी बाजे रे, मोरा मन पिया बस गयो।इश्क़ का रोग लगा ऐसा, ना कोई दवा लियो। 🎵💓
पिया के रंग में रंगी रे मैं।ख़ुसरो बन गयो दीवाना, जबसे मिली सैयां। 🎨👩❤️💋👨
ख़ुसरो दरिया प्रेम का, उल्टी वा की धार।जो उतरा सो डूब गया, जो डूबा सो पार। 🌊🕊️
मन कुँवर भयो रे, मोरे पिया मिलन की आस।हर साँस में बस एक ही नाम – यार का नाम। 🧘♂️💭
सरकती जाए है रुख़ से नक़ाब धीरे-धीरे।नज़ारे हो रहे हैं लाजवाब धीरे-धीरे। 😍🧕✨
Amir Khusro Shayari on Love
मोहब्बत, अमीर खुसरो की नज़रों में सिर्फ एक सांसारिक भावना नहीं थी, बल्कि आत्मा और परमात्मा के रूहानी मिलन का सबसे पवित्र जरिया थी। उनकी शायरी में इश्क़ का चित्रण केवल प्रेमी-प्रेमिका तक सीमित नहीं, बल्कि ईश्वर से जुड़ाव, आत्मिक तड़प, और सूफियाना जज़्बातों की अभिव्यक्ति बन जाता है।
छाप तिलक सब छीनी रे, मोसे नैना मिलाइके।प्रेम भरा वो पहला मिलन, सारी दुनिया भुलाइके। 💘👁️
ख़ुसरो दरिया प्रेम का, उल्टी वा की धार।जो उतरा सो डूब गया, जो डूबा सो पार। 💞🌊
पिया के रंग में रंगी रे मैं, हो गई सब रंग से जुदा।इश्क़ ने की ऐसी माया, मैं हुई बस उसी की सदा। 🌈❤️🔥
मोरे पी के पाँव लगे मोहे, जैसे खुदा से मुलाकात हो गई।तेरे दीदार में ही रब की सूरत मिल गई। 🙏💕👣
नैना बंसी बाजे रे, मन मोहे ले गयो।जैसे राधा की तान पे, कान्हा का नाम हो गयो। 🎶👁️💓
ख़ुसरो कहे पिया से मिलन की रात आई।तन भी जागे, मन भी जागे, जबसे सूरत दिखाई। 🌙💖
Amir Khusro Ki Romantic Shayari in Hindi
कहाँ मैं, कहाँ तू – मगर दिल में तू ही तू।मिलन ना सही, तेरा नाम ही काफी है। 🥺❤️🩹
बन के दीवाना फिरता हूँ मैं तेरे इश्क़ में।ना चैन, ना सुकून – बस तेरा नाम जुबां पे। 😍🔥
तेरे इश्क़ में रंगी रूह मेरी, तन-मन सब वार दिया।जो पाया तुझको, तो खुद को ही पा लिया। ✨🧘♀️💘
वो जो तेरा दीदार है, वो ही मेरी इबादत है।इश्क़ को मैंने सजदा समझा, और तुझमें रब की सूरत पाई। 🙇♂️🌹🕊️
Amir Khusro ki Dard Bhari Shayari
अमीर खुसरो की शायरी में सिर्फ अल्फ़ाज़ नहीं होते, बल्कि जज़्बातों की खामोश चीख होती है – जो कभी इश्क़ की जुदाई का दर्द बयां करती है, तो कभी खुदा से मिलन की तड़प को रूह तक पहुंचा देती है।
उनके शब्दों में सदियों पुरानी मोहब्बत की सच्चाई, सूफियाना भावनाओं का तूफ़ान, और दिल टूटने की गूंज साफ सुनाई देती है।
सेज वे छीन्ही, मोसे कहे वो उठ।ख़ुसरो नैनीं नींद न आयी, कैसे बीती रैन।। 😔🌙
ज़िहाले मस्कीं मकुन तग़ाफ़ुल, दराइ नैनां बनाए बतियाँ।कि ताब-ए-हिज्राँ नदारम ऐ जाँ, न लेहू काहे लगाए छतियाँ।। 💔🩸
बिछड़े तो ऐसे बिछड़े, जैसे साँसें ही छूट गईं।हर पल में तेरा नाम है, फिर भी तन्हा रह गए हम।। 😢💭
पिया बिना तन लागे ना रे, मोरे जिया में उठे हूक।तेरी यादों का है साया, हर दिन लगती है सदी।। 🕊️💔
ख़ुसरो कहे वो पीर मिलन की घड़ी ना आयी।दिल रोए, नैना भीगे, सूनी रही अंगनाई।। 😢⏳
तेरे बिन जो बीते, वो लम्हे नहीं सज़ा है।हर सांस बिन तेरे, जैसे ज़हर की सदा है।। 🖤🥺
Amir Khusro Ki Shayari on Separation and Loss
मैं जानू पीर पराई, जब खुद पे बीती हो।इश्क़ में तड़प-तड़प के, रूह तक रोती हो।। 😭🔥
मन बावरा क्यों भटका, जब तू साथ ना चला।तेरे बग़ैर हर रास्ता अधूरा सा लगा।। 🌫️💢
पलकों पे अश्कों की बारात चली।बिछड़ के तुझसे, हर ख़ुशी भी ग़म लगी।। 💦👁️
तेरा नाम लू तो दिल कांप उठता है।यादें बसी हैं जो, वो हर रोज़ रुलाती हैं।। 😔🕯️
Amir Khusro Quotes in English with Translation
इस भाग में हम आपके लिए प्रस्तुत कर रहे हैं Amir Khusro के चुनिंदा Quotes अंग्रेज़ी में, जिनमें छिपा है प्रेम, भक्ति और आध्यात्मिकता का गूढ़ सार।
हर Quote के साथ दिया गया है उसका हिंदी अनुवाद, ताकि आप न केवल शब्दों को, बल्कि उनके पीछे छिपे भावों और सूफियाना सोच को भी गहराई से समझ सकें।
💬 “If there is a paradise on Earth, it is this, it is this, it is this.”📝 “अगर धरती पर कहीं जन्नत है, तो यही है, यही है, यही है।”
💬 “You took away my looks, my identity, by just a glance.”📝 “एक ही नज़र में तूने मुझसे मेरी पहचान छीन ली।”
💬 “The river of love runs in strange ways – the one who drowns, reaches the shore.”📝 “इश्क़ की दरिया अजीब है – जो डूब गया, वही पार पा गया।”
💬 “My beloved came to my home, and I was blessed forever.”📝 “जब मेरे पिया मेरे घर आए, तब मैं सदा के लिए धन्य हो गई।”
💬 “I have become you, and you have become me; I am the body, you are the soul.”📝 “मैं तू हुआ, तू मैं हुआ, अब कोई दूसरा ना है।”
Amir Khusro’s Spiritual Quotes with Meaning in Hindi
💬 “I have given up everything for my beloved – my honor, my modesty, even my religion.”📝 “मैंने तो अपने पिया के लिए सब कुछ छोड़ दिया – अपनी मर्यादा, शर्म और मज़हब भी।”
💬 “Your love has made me forget myself, my Lord.”📝 “तेरे इश्क़ ने मुझसे मेरा वजूद ही छीन लिया है, मेरे खुदा।”
💬 “I asked for a glimpse of you, and the world disappeared.”📝 “मैंने तुझसे एक दीदार माँगा और सारी दुनिया मिट गई।”
💬 “In separation, every breath feels like a thousand deaths.”📝 “जुदाई में हर सांस एक हजार मौतों के बराबर लगती है।”
💬 “O Khusro, the night of love has come – let’s lie with the beloved.”📝 “खुसरो, आज मिलन की रात है – चलो अपने पी के संग लेट चलें।”
FAQs About Amir Khusro and His Shayari
1. अमीर खुसरो कौन थे?
उत्तर: अमीर खुसरो एक महान सूफी संत, कवि, संगीतकार और विद्वान थे। उनका जन्म 1253 ई. में उत्तर प्रदेश के एटा जिले में हुआ था। वे ख्वाजा निज़ामुद्दीन औलिया के शिष्य थे और उन्हें हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत तथा कविता के क्षेत्र में विशेष योगदान के लिए जाना जाता है।
2. अमीर खुसरो की शायरी में क्या विशेषता है?
उत्तर: उनकी शायरी में प्रेम, भक्ति, सूफीवाद और रूहानी तड़प की झलक मिलती है। उन्होंने फ़ारसी और हिंदवी (पुरानी हिंदी) भाषा में लिखा। उनकी रचनाएँ दिल को छू लेने वाली और आत्मा को सुकून देने वाली होती हैं।
3. क्या अमीर खुसरो ने हिंदी में भी लिखा था?
उत्तर: हाँ, अमीर खुसरो ने “हिंदवी” भाषा में अनेक रचनाएँ कीं, जो आज की हिंदी का प्रारंभिक रूप मानी जाती है। उन्होंने हिंदी-फारसी मिश्रित भाषा को लोकप्रिय बनाया और इसे आम जनता तक पहुँचाया।